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प्रदेशभर के पशुओं का तुरंत किया जाएं वैक्शीनेशन

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Chief Minister Manohar Lal himself took command regarding lumpy skin disease

चंडीगढ़।  हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Chief Minister Manohar Lal) ने लम्पी स्किन बीमारी को लेकर खुद कमान संभाल ली है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव और पशुपालन विभाग के आला अधिकारियों को साथ बैठक लेकर मिशन मोड में काम करने का आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी की तरह इस बीमारी की रोकथाम के लिए सभी विभागों को मिलकर काम करना है।

उन्होंने मुख्य सचिव को आदेश दिए कि प्रदेश की जरुरत के मुताबिक इस बीमारी से जुड़ी जितनी वैक्शीन उपलब्ध है उसे तत्काल खरीदा जाए और प्रदेशभर के पशुओं का वैक्शीनेशन किया जाए। इस बैठक में हरियाणा के पशुपालन एवं डेयरी विभाग के मंत्री  जयप्रकाश दलाल भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े।

बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने लम्पी स्किन बीमारी को लेकर मुख्य सचिव संजीव कौशल को हर दिन मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव तत्काल सभी जिला उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों, पशुपालन विभाग के सभी अधिकारियों की बैठक लें। मुख्यमंत्री ने पशुपालन विभाग को रणनीति के तहत काम करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की तरह हमें इस बीमारी से लडऩे के लिए मिशन मोड में काम करना है। बाजार में जितनी वैक्शीन उपलब्ध है, उसे तत्काल खरीदा जाए।

तेजी से हो वैक्शीनेशन: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि लम्पी स्किन बीमारी से जुड़ा वैक्शीनेशन तेजी से किया जाए। अभी तक जितनी डोज मुहैया हुई हैं, उन्हें तत्काल लगवाया जाए। उन्होंने कहा कि पशुपालन विभाग सर्वप्रथम उन जिलों में तेजी से वैक्शीनेशन करें, जहां प्रभावित पशुओं की संख्या अधिक है। इसके बाद दूसरे जिलों में भी वैक्शीनेशन किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा वैक्शीन के संबंध में वे खुद केंद्रीय पशुपालन एवं डेयरी मंत्री से बात करेंगे और जल्द से जल्द वैक्शीन मुहैया करवाने की गुजारिश करेंगे। मुख्यमंत्री ने पशुपालन विभाग को दिन-रात एक करके इस बीमारी के वैक्शीनेशन में जुटने के निर्देश दिए हैं।

बीमारी से जुड़े कारणों का ज्यादा से ज्यादा हो प्रचार
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बीमारी के फैलाव में मुख्य कारण साफ सफाई और संक्रमित पशु है। ऐसे में सभी पशुपालकों को साफ-सफाई का विशेष तौर पर ध्यान देना चाहिए। इसके साथ-साथ संक्रमित पशुओं को दूसरे पशुओं से तत्काल अलग किया जाए। पशुओं की आवाजाही एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश में बंद की जाए। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जिन पशुओं की मौत लम्पी स्किन बीमारी से हो जाती है, जिला प्रशासन उन पशुओं को गहरा गड्ढा खोदकर सहीं तरीके से दफनाने का कार्य करे ताकि यह बीमारी अन्य स्वस्थ पशुओं में न फैले।